न्यूज निरपेक्ष, देहरादून। प्रदेश के सभी जिलों में गुरुवार को बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान विभाग ने कई दौर में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में बीते कई दिनों से पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश हो रही है। इससे राज्य में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। साथ ही मंगलवार को उत्तरकाशी के धराली में सैलाब आने से भारी तबाही देखने को मिली है। ऐसे में बारिश के रेड अलर्ट को देखते हुए शासन-प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने तथा अत्यंत जरूरी न होने पर यात्रा न करने की अपील की है।
पिछले 24 घंटे में कई जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। देहरादून के मालदेवता में 222.2 एमएम बारिश हुई है। मौसम विज्ञानी रोहित थपलियाल ने बताया कि आने वाले कई घंटों तक बिजली गरजने के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं, पौड़ी, चंपावत और उत्तरकाशी में स्कूल बंद रहेंगे। भारी से भारी बारिश के रेड अलर्टको देखते हुए शासन ने केदारनाथ, मद्महेश्वर की यात्रा को अगले दो दिन के लिए रोक दिया है। प्रशासन और पुलिस ने सभी यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। इधर बुधवार को भी केदारनाथ यात्रा बंद रही। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यात्रा को रोका गया है। सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच पड़ावों पर तैनात सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। केदारनाथ में मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों को अगले दो दिन तक पैदल मार्ग पर आवाजाही नहीं करने को कहा है।
वन विभाग ने सुरक्षा के मद्देनजर फूलों की घाटी में पर्यटकों की आवाजाही बुधवार को बंद रखी। मंगलवार को वन विभाग की टीम ने फूलों की घाटी में गाइडों की सहायता से डेढ़ सौ पर्यटकों को रेस्क्यू किया था। नंदादेवी नेशनल पार्क के उप निदेशक तरुण एस ने बताया कि पर्यटकों की आवाजाही बंद रखी गई है। गुरुवार को फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोलने का फैसला सभी पहलू को देखने के बाद लिया जाएगा।

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