23 अप्रैल को गलती से पहुंच गए थे पाकिस्तान सीमा में, पाक रेंजर ने किया था गिरफ्तार
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने भारत के बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को छोड़ दिया है। शॉ बुधवार को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत लौटे। बीएसएफ ने इसकी पुष्टि की है। वह 23 अप्रैल से गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे और तभी से पाकिस्तानी रेंजर्स के कब्जे में थे। भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद उन्हें छोड़ा गया है। बीएसएफ के अधिकारी उन्हें अपने साथ मेडिकल चेकअप के लिए ले गए हैं। चेकअप के बाद उन्हें उनके घर भेजा जाएगा।
पाकिस्तानी रेंजर्स ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद बीएसएफ जवान पूर्णम शॉ को पकड़ा था। आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की इस हरकत से दोनों देशों के बीच के तनाव बढ़ गया था। भारत की ओर से दबाव पड़ने के बाद 14 मई बुधवार को जवान पूर्णम शॉ को पाकिस्तान ने छोड़ दिया। शॉ के पाकिस्तान के कब्जे में होने की खबर मिलने के बाद उनकी गर्भवती पत्नी रजनी वाघा-अटारी बॉर्डर पहुंच गई थी और उनकी वापसी की मांग की रही थी। बीएसएफ द्वारा शॉ के सुरक्षित होने और उनकी वापसी का आश्वासन देने पर ही वह वापस लौटीं। पति की रिहाई से अब वे काफी खुश हैं। पूर्णम की पत्नी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बची बढ़े तनाव ने उनकी चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन पति की सकुशल वापसी ने उनका भारत सरकार और सेना के प्रति विश्वास और बढ़ा दिया है। बता दें, 23 अप्रैल को फिरोजपुर जिले के ममदोट कस्बे के पास खेतों में किसानों की निगरानी कर रहे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूर्णम को पाकिस्तानी रेंजर्स को उठा ले गए थे। वो गलती से जीरो लाइन पार कर एक पेड़ की छांव में बैठ गए थे जो पाकिस्तानी सीमा में आता है। बीएसएफ ने बताया कि गेहूं की कटाई के लिए किसान गेट नंबर 208/1 से फेंसिंग पार कर खेतों में पहुंचे थे। उनके साथ निगरानी के लिए बीएसएफ के दो जवान भी गए थे। एक पाकिस्तानी किसान ने उन्हें अपनी सीमा में देखा तो पाक रेंजर्स को सूचना दी। कुछ ही देर में पाक रेंजर्स वहां पहुंचे और जवान को गिरफ्तार कर लिया। शॉ की राइफल भी छीन ली गई और अपने साथ ले गए थे। घटना की सूचना पर बीएसएफ अधिकारी तुरंत जल्लोके चेक पोस्ट पर पहुंचे।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -

संपादक – न्यूज़ निरपेक्ष
फोन: +91 80063 33100
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें