उत्तराखंड में हेली सेवा के संचालन को “कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर” की होगी स्थापनाः सीएम
न्यूज निरपेक्ष, देहरादून। रविवार को रुद्रप्रयाग क्षेत्र में रविवार को हुए भीषण हेलीकॉप्टर हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने चारधाम के लिए हेली सेवा पर सोमवार तक रोक लगा दी है। इस हादसे में पायलट और 23 माह के एक बच्चे समेत कुल सात यात्रियों की मौत हो गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने तय किया है कि चार धाम में लगे सभी हेली ऑपरेटरों एवं पायलटों के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उड़ान के अनुभवों की जांच होगी तथा सभी हेली ऑपरेटरों के साथ बैठक के बाद ही हेली सेवा को दोबारा सुचारू किया जाएगा। तय किया गया है कि राज्य में हेली उड़ानों के बेहतर समन्वय और सुरक्षित संचालन के लिए देहरादून में एक कॉमन “कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर” की स्थापना की जाएगी, जिसमें डीजीसीए, आपदा विभाग, सिविल एविएशन, यूकाडा, हेली ऑपरेटर कम्पनी के अधिकारियों की तैनाती होगी। यह निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में दिए।
मुख्यमंत्री ने सचिव गृह उत्तराखंड की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने के निर्देश दिए। जिसमें डीजीसीए, यूकाडा, नागरिक उड्डयन विभाग भारत सरकार, एटीसी के प्रतिनिधि सदस्य के रूप में रहेंगे। यह समिति जन सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मानक प्रचालन नियमावली का प्रारूप बनाएगी। समिति अपनी रिपोर्ट सितंबर माह से पूर्व प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री ने आगामी समय के लिए प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एडमिनिस्ट्रेटिव एंड टेक्निकल एसओपी तैयार करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने रुद्रप्रयाग में दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के संबध में उच्च स्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उन्हें चिन्हित कर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा में उन्हीं पायलटों को अनुमति दी जाएगी जिनका उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हेली उड़ाने का दीर्घकालीन अनुभव होगा। उन्होंने कहा डीजीसीए द्वारा निर्धारित गाइडलाइन को और सख्त बनाया जाए, जिसका अनुपालन शत प्रतिशत किया जाए। मुख्यमंत्री ने हिमालय क्षेत्रों में मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाले अत्याधुनिक उपकरण लगाने के भी निर्देश दिए, जिससे मौसम की और सटीक जानकारी प्राप्त की जा सके। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग को दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से संपर्क कर उनके पार्थिव शरीर को संबंधित राज्यों में भेजने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, सचिव नागरिक उड्डयन समीर कुमार सिन्हा, डीजीसीए के महानिदेशक फैज अहमद किदवई , सचिव शैलेश बगौली, सचिव सचिन कुर्वे, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, सीईओ युकाडा श्रीमती सोनिका, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के अधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे।
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